दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू कर दी गई है, इस नीति के तहत अब शराब की सभी सरकारी दुकानें प्राइवेट हो गई हैं। दिल्ली के अरविंद केजरीवाल सरकार की इस शराब नीति के तहत दिल्ली में शराब पीने वालों की उम्र 25 से घटाकर 21 कर दी गई है। इसके साथ ही हर वार्ड में शराब की तीन दुकानें खोलने का नियम बनाया गया है। केजरीवाल सरकार की इस नई आबकारी नीति का विरोध विपक्ष होने के नाते भाजपा तो कर ही रही है।
लेकिन, अरविंद केजरीवाल सरकार इस मामले में अपने ही एक पुराने साथी डॉ. कुमार विश्वास के निशाने पर भी आ गई है। कुमार विश्वास वैसे तो हमेशा ही केजरीवाल के खिलाफ लिखते रहते हैं लेकिन इस बार उन्होंने एक ट्वीट के जरिये नई शराब नीति को एक भ्रष्टाचार कह दिया है। कुमार विश्वास का कहना है कि इस नीति की मदद से दिल्ली सरकार करोड़ों को भ्रष्टाचार कर रही है।
आसान शब्दों में कहा जाए, तो कुमार विश्वास ने दिल्ली सरकार की शराब नीति की पूरी पोल-पट्टी खोल कर रख दी है और कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट में बताया है कि किस तरह दिल्ली में वार्ड-वार्ड मयखाना खुलवाने की राह तैयार हुई है? कुमार विश्वास ने ट्वीट कर लिखा है कि पीने वालों की उम्र 21 से 18 करने और 1000 नए ठेके खुलवाने की पॉलिसी लागू करने की सिफारिश लेकर 2016 में दिल्ली शराब माफिया, दारू जमाखोर विधायक के साथ मेरे पास आया था। मैंने दुत्कार कर भगाया था और दोनों नेताओं को चेताया था।
पीनेवालों की उम्र 21 से 18 करने और 1000 नए ठेके खुलवाने की पालिसी लागू करने की सिफ़ारिश लेकर 2016 में दिल्ली शराब माफिया,दारू जमाख़ोर विधायक के साथ मेरे पास आया था।मैंने दुत्कार कर भगाया था और दोनों नेताओं को चेताया था।अब छोटेवाले के साले ने 500 करोड़ की डील में मामला सैट कर लिया https://t.co/xzETqY4CET
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 3, 2022
अब छोटे वाले के साले ने 500 करोड़ की डील में मामला सैट कर लिया। वैसे, कुमार विश्वास ने अपने अंदाज में बिना किसी नेता का नाम लेते हुए इशारों में ही अपनी बात कही थी। लेकिन, इस पर आम आदमी पार्टी के ही एक विधायक की प्रतिक्रिया ने मामले को दिलचस्प मोड़ दे दिया और, जैसी कुमार विश्वास की हाजिरजवाबी है, आम आदमी पार्टी के विधायक को उसी अंदाज में जवाब भी मिला है।
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दरअसल, उत्तमनगर विधानसभा से आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान ने कुमार विश्वास के ट्वीट में फैक्चुअल गलतियों को लेकर उन पर हमला बोला। इतना ही नहीं नरेश बाल्यान ने इसे कुमार विश्वास की ओर से फैलाया जा रहा झूठ बता दिया है और, इसके पीछे की वजह कुमार विश्वास को राज्यसभा न भेजा जाना बता दिया है। नरेश बाल्यान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि लगता है आज सुबह गलत पदार्थ का सेवन कर लिया है आपने। 2021 तक दिल्ली में शराब पीने की आयु 25 वर्ष थी, नई नीति के बाद 21 वर्ष की गई है। दूसरा तथ्य ये है कि शराब का एक भी ठेका नहीं बढ़ा है,4 कम हुए है। बाकी हमे पता है की राज्यसभा का दर्द जीवन भर रहेगा, ऐसे ही झूठ फैलाते रहें।
पीनेवालों की उम्र 21 से 18 करने और 1000 नए ठेके खुलवाने की पालिसी लागू करने की सिफ़ारिश लेकर 2016 में दिल्ली शराब माफिया,दारू जमाख़ोर विधायक के साथ मेरे पास आया था।मैंने दुत्कार कर भगाया था और दोनों नेताओं को चेताया था।अब छोटेवाले के साले ने 500 करोड़ की डील में मामला सैट कर लिया https://t.co/xzETqY4CET
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 3, 2022
वैसे, कुमार विश्वास ने अपनी बात बिना किसी का नाम लिए कही थी तो, आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान ने इस विवाद में एंट्री लेकर आ बैल मुझे मार वाली कहावत को सही कर दिया है। नरेश बाल्यान चाह रहे थे कि वो कुमार विश्वास को निशाने पर लें। लेकिन, अपने ट्वीट की वजह से अब नरेश बाल्यान ही निशाना बन गए हैं। कुमार विश्वास ने अपने उसी अंदाज में आप विधायक नरेश बाल्यान को निपटा दिया, जैसा आमतौर पर कवि सम्मेलन के मंचों पर नजर आ जाता है। कुमार विश्वास ने ट्वीट कर लिखा कि चोर जो चुप ही लगा जाता तो वो कम पिटता, बाप का नाम बताने की जरूरत क्या थी। मैंने तो बस दारू जमाखोर विधायक लिखा था, तुम ही आए थे ये जताने की जरूरत क्या थी बालक?
कुमार विश्वास और आम आदमी पार्टी के बीच की ये जंग लंबे वक्त से चल रही है और ये मामला भी लंबा खिंचना तय है लेकिन, सबसे बड़ी बात ये है कि राजधानी दिल्ली में शराब के नए ठेके खोलने का विरोध तकरीबन हर इलाके में हो रहा है। 849 नई शराब की दुकानों के खोले जाने को लेकर दिल्ली की आरडब्लूए और कॉलोनियों के लोग सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि एक वार्ड में तीन शराब की दुकानों की नीति किसी भी हाल में सही नहीं ठहराई जा सकती है। स्कूलों और मंदिरों के पास भी शराब की दुकानें खोली जा रही हैं। दरअसल, पहले दिल्ली के 272 वार्डों में से 79 में एक भी शराब की दुकान नहीं थी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, दिल्ली के करीब 45 वार्ड में एक से दो दुकानें थीं लेकिन, केजरीवाल सरकार की इस नई शराब नीति में हर वार्ड में तीन दुकानें खोली जा रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नई आबकारी नीति के तहत दिल्ली को 32 जोन में बांटकर 849 लाइसेंस आवंटित किए गए थे। जिससे दिल्ली की जनता को हर इलाके में आसानी से शराब उपलब्ध हो सके। दिल्ली में नई आबकारी नीति के तहत शराब लाइसेंस शुल्क में वैट जोड़ा जाएगा। थोक मूल्य पर भी आबकारी शुल्क और वैट लगाया जाएगा। वैट और आबकारी शुल्क लगाने का सीधा फायदा अरविंद केजरीवाल सरकार को बढ़े हुए राजस्व के तौर पर मिलेगा।
हालांकि, वैट और आबकारी शुल्क की वजह से दिल्ली में शराब महंगी हो जाएगी लेकिन, इससे दिल्ली सरकार का ही खजाना बढ़ेगा। नई आबकारी नीति में शराब पीने की कानूनी उम्र सीमा 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष कर दी गई है। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर दुकान और होटल पर 24 घंटे शराब की बिक्री होगी। मोबाइल एप या वेबसाइट के माध्यम से ऑर्डर कर शराब की होम डिलीवरी भी ली जा सकेगी। इन सबसे सरकार को ही फायदा होगा।