
भारत में लगातार कोरोना वायरस का कहर जारी है। इस महामारी से अभी तक लगभग 1 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं लगभग पूरा देश 8 महीनों से सिर्फ जरूरत के कामों के लिए ही बाहर निकल रहा है, सभी की जिंदगी में काफी बदलाव आ चुके हैं और वापिस पुरानी जींदगी में लौटने के लिए सब बेहद परेशान है। ऐसे में लोगों को वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है।
लेकिन बिहार चुनाव के लिए केंद्र की सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी की तरफ से एक ऐसा बयान आता है, जो सबको हैरान तो करता ही है, साथ में परेशान भी कर देता है। इस पर बवाल भी शुरु हो गया है। दरअसल भाजपा ने बिहार चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र, जिसे वो संकल्प पत्र का नाम देते हैं। इसमें तमाम वादें तो किए ही है, साथ ही सरकार बनने पर हर बिहारी को फ्री में कोरोना वैक्सीन देने का वादा भी किया गया है।
भाजपा के इस घोषणापत्र को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अन्य नेताओं के साथ जारी किया लेकिन कोरोना वैक्सीन को लेकर जो कहा गया है उस पर अब हर तरफ से सवाल उठ रहे हैं, लोग पूछ रहे हैं कि वैक्सीन क्या सिर्फ बिहार के लोगों के लिए ही आ रही है? वित्तमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत में तीन वैक्सीन ऐसी हैं जो अपनी फाइनल स्टेज पर हैं और प्रोडक्शन की कगार पर आ गी हैं।
उसके बाद अगर साइंटिफिक लोग बोलते हैं कि ये ठीक हैं और अब प्रोडक्शन कर सकते हैं तो हमारी सरकार की तरफ से प्रोडक्शन बड़े स्तर पर होगा। हमारे देश में वैक्सीन का प्रोडक्शन उस लेवल पर होगा जिससे बिहार में हर शख्स के लिए मुफ्त में वैक्सीन मिल जाएगी। वो हमारे मेनिफेस्टो का पहला वादा है। हम बिहार की जनता को ये आश्वस्त करना चाहते हैं।
वहीं इस पर राजनीति भी शुरु हो गई है और आलोचनाओं का सफर भी तल पड़ा है। विपक्षी नेताओं ने सरकार को घेरना शुरु कर दिया है। इस पर कांग्रेसी नेता शशि थरूर ने भाजपा के इस चुनावी वादे पर ट्वीट किया और कहा कि क्या चुनाव आयोग वित्तमंत्री के इस बयान पर और पार्टी के खिलाफ कोई एक्शन लेगा या फिर नहीं।
थरूर ने लिखा कि तुम मुझे वोट दो मैं तुम्हें वैक्सीन… क्या भयानक निराशावाद है, क्या चुनाव आयोग इस बयान को लेकर इनके और इनकी बेशर्म सरकार के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगा? दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने भी भारतीय जनता पार्टी के इस वादे पर सवाल उठाए। पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि ऐसे में गैर भाजपा शासित राज्यों का क्या होगा? जो भारतीय भाजपा को वोट नहीं देंगे क्या उन्हें कोरोना की वैक्सीन फ्री नहीं मिलेगी?
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी वैक्सीन के मुद्दे पर भाजपा को घेरा है। और कहा कि क्या भारतीय जनता पार्टी बिहार के लिए वैक्सीन का पैसा अपने पार्टी फंड से चुका रही है? लेकिन अगर ये सरकार के खजाने से आ रहा है तो कैसे बिहार को फ्री में वैक्सीन मिलेगी और बाकी देशवासियों को इसके पैसे देने होंगे? ये शर्मनाक है कि लोकलुभावन वादों के लिए कोरोना के डर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ऐसे में बड़ा सवाल तो ये है कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें नहीं है, वहां पर क्या होगा? अगर सरकार भाजपा की नहीं बनी तो बदले के लिए बिहार के नागरिकों को वैक्सीन नहीं दी जाएगी? भारतीय जनता पार्टी ने आपदा को अवसर में बदलने की कोशिश की है और यही मंत्र तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दिया था। भाजपा के पास शायद मुद्दों की कमी है क्योंकि 15 साल बहुत होते हैं और अगर उसमें आप विकास नहीं कर पाए तो आपको डर दिखा कर ही वोट मांगने पड़ेंगे और शायद यही अब भाजपा भी कर रही है।