
साल 2021 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में भाजपा, टीएमसी समेत सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। राज्य में भाजपा जहां एक तरफ हिंदू वोटर्स को अपनी तरफ खींच रही है और हिंदूत्व का नारा बुलंद कर रही है। तो वहीं ममता बेनर्जी ने भी मुस्लिम वोटर्स को अपनी तरफ करना शुरु कर दिया है।
कई लोग भाजपा पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाते हैं, लेकिन क्या ममता बनर्जी उनसे कम है? पहले के मामलों को अगर हम भूल भी जाएं तो नया विवाद अब बकरीद को लेकर शुरु हुआ है। जिसमें उन्होंने बकरीद के लिए 2 दिनों की लॉकडाउन में छूट दे दी है।
ममता राजनीति के नाम और तुष्टिकरण का ये खेल, एक ऐसे वक्त में खेल रही है जब पूरा देश कोरोना वायरस की चपेट में है। राज्य में तुष्टिकरण किस हद तक किया जा रहा है इसे हम लॉकडाउन से ही समझ सकते हैं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बकरीद पर लॉक डाउन में राहत दी है। आपको बता दें कि राज्य में हफ्ते में होने वाले दो दिन के लॉक डाउन को 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया है।
ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में 29 जुलाई, दो अगस्त और 5 अगस्त को पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा। वहीं कंटेंमेंट जोन में लॉकडाउन 31 अगस्त तक जारी रहेगा। सीएम ने ये भी कहा है कि राज्य में बकरीद के दिन किसी तरह का कोई लॉकडाउन नहीं होगा और ममता का शेष दिनों में लॉकडाउन करके बकरीईद के दिन लॉकडाउन की छूट देना ही सारे विवाद की जड़ है।
विपक्ष के अलावा सोशल मीडिया पर जनता तक इस बात को कह रही है कि ममता ने जो भी किया है वो मुस्लिम हितों को ध्यान में रखकर अपने राजनीतिक हितों के लिए किया है।
बता दें कि गत 20 जुलाई को राज्य के गृह सचिव अल्पन बंधोपाध्याय ने घोषणा की थी कि जुलाई के अंतिम हफ्ते में बृहस्पतिवार और शनिवार को लॉक डाउन रहेगा। इस फैसले को राज्य की मुखतमंत्री ममता बनर्जी ने आगे बढ़ाया और इसकी अवधी बढ़ाकर 31 अगस्त तक कर दी। आपको बता दें कि ममता के इस फैसले पर बंगाल में पहले ही विपक्ष ने सवाल उठाए थे।
बैरकपुर से भाजपा के सांसद अर्जुन सिंह ने ममता बनर्जी को घेरते हुए कहा है कि बंगाल में लॉकडाउन धार्मिक हितों को ध्यान में रखकर किया जाता है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार और शनिवार को पूर्ण लॉकडाउन किया है मगर शुक्रवार को छूट दी है।
क्योंकि इस घोषणा के बाद राज्य की ममता बनर्जी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई थी इसलिए सरकार के बचाव में ममता सरकार में मंत्री जावेद अहमद खान सामने आए और भाजपा की नीयत पर सवाल उठाते हुए जावेद ने कहा है कि भाजपा वालों का दिमाग काम नहीं कर रहा है और यही वो कारण है जिसके चलते भाजपा से जुड़े लोगों को ऐसी अतार्किक बातें करनी पड़ रही हैं।
बकरीईद की नमाज का जिक्र करते हुए खान ने कहा है कि मस्जिद बंद है और सभी लोग अपने घरों में नमाज अदा कर रहे हैं और इसका शुक्रवार से कोई लेना देना नहीं है।
ये लॉक डाउन कोरोना के मद्देनजर किया जा रहा है तो राज्य में कोरोना के मामलों पर बात करना भी हमारे लिए बहुत जरूरी हो जाता है। पश्चिम बंगाल में कोरोना मरीजों की संख्या कोई कम नहीं है और एक्टिव केस भी बहुत है। कोरोना के चलते पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा दिल दहला देने वाले मौत के आंकड़े हैं। लेकिन मुख्यमंत्री के लिए कोरोना स ज्यादा महत्व ईद रखती है और अपनी सियासत।