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सियाचिन ग्लेशियर को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है। एक ओर भारत की सेना तो दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना यहां हमेशा आंख गड़ाए बैठी हुई नजर आ जाती है।

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बीजेपी के लिए बड़ी खुश ख़बरी – उत्तर प्रदेश में कृषि कानून प्रमुख चुनावी मुद्दों में नहीं है

कृषि कानून वापस लेने के बाद भी किसानो का आक्रोश फैला हुआ है। लेकिन ये तो साफ़ है की कृषि कानून का ये मुद्दा चुनाव में प्रमुख मुद्दा नहीं माना जायेगा।
बीजेपी के लिए बड़ी खुश ख़बरी - उत्तर प्रदेश में कृषि कानून चुनावी मुद्दों में नहीं है

अबकी बार मोदी सरकार (Modi Government) है या नहीं ये बताना तो मुश्किल है, क्योंकि मोदी सराकर से जनता खुश भी है और नहीं भी। खुश इसलिए है की कुछ हद तक सुधार हुए है और सरकार की और से किये गए झूठे और खोखले वादे जिनका पूरा होना ना के बराबर होता है। हालाँकि राजनीति में अपनी पकड़ बनाये रखने के लिए ऐसे खोखले वादे जरुरी है वार्ना जनता का समर्थन नहीं मिलेगा।

UP Election 2022 में कई ऐसे मुद्दे उठे है जिनको लेकर योगी सरकार के लिए मुश्किलें बढ़ गयी है। लेकिन इस बीच योगी के लिए राहत की बात ये है की पंजाब और उत्तर प्रदेश के बीच हो रही कृषि कानून को लेकर बहस इस चुनाव पर असर नहीं कर पायेगी। कृषि कानून वापस लेने के बाद भी किसानो का आक्रोश फैला हुआ है। लेकिन ये तो साफ़ है की कृषि कानून का ये मुद्दा चुनाव में प्रमुख मुद्दा नहीं माना जायेगा।

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इस बार उत्तर प्रदेश में कृषि कानून को छोड़कर और भी कई अहम् मुद्दे है – जैसेकि कानून व्यवस्था,रोजगार, महंगाई और महिला सुरक्षा आदि। क्या इस बार इन मुद्दों को लेकर जनता का फैसला बदलेगा या फिर जनता सरकार को एक और मौका देगी। अभी फिलहाल मोदी-योगी के लिए ये बड़ी खुशखबरी है की कृषि कानून वाला मुद्दा UP चुनाव 2022 मान्य नहीं है।

सरकार को रोजगार और महंगाई जैसे बड़े मुद्दों पर कुछ कदम उठाने चाहिए अगर ऐसा नहीं हुआ तो उप की जनता अपना CM बदल भी सकती है। क्योंकि जनता को हमेशा एक ऐसे नेता की जरुरत होती है जो उनकी परेशानियों को समझे और उन्हें पूरा करने का प्रयास करे।

Komal Yadav

Komal Yadav

A Writer, Poet and Commerce Student