Wednesday, 15 January 2025
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ जी ने ट्वीट किया है कि चुकि राम जन्म भूमि एक आस्था से जुड़ा मुद्दा है, इसलिए न्यायालय को भी आदर करते हुए 24 घंटे के अंदर ही इसका फैसला कर देना चाहिए।
योगी आदित्यनाथ ने लिखा की ‘श्रीराम जन्मभूमि एक आस्था से जुड़ा विषय है और माननीय न्यायालय को भी जन आस्था का सम्मान करते हुए 24 घंटे के भीतर इसपर अपना फैसला सुना देना चाहिए| जहां तक जमीन के बंटवारे का प्रश्न है तो इलाहाबाद उच्च न्यायालय पहले ही कह चुकी है कि जहां रामलला जी विराजमान हैं, वही श्रीराम जन्मभूमि है।’
इसके कुछ देर बाद ही उन्होंने फिर से ट्वीट किया, जो इस प्रकार था ‘इसके बाद जमीन बंटवारे का विवाद ही खत्म हो जाता है| मुझे लगता है कि 24 घंटे के अंदर इस पर फैसला आ जाना चाहिए, 25वां घंटा लगना ही नहीं चाहिए।’
इसके बाद जमीन बंटवारे का विवाद ही खत्म हो जाता है। मुझे लगता है कि 24 घंटे के अंदर इस पर फैसला आ जाना चाहिए, 25वां घंटा लगना ही नहीं चाहिए।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 11, 2019
पहला ट्वीट – श्रीराम जन्मभूमि एक आस्था से जुड़ा विषय है और मा0 न्यायालय को भी जन आस्था का सम्मान करते हुए 24 घंटे के भीतर इसपर अपना फैसला सुना देना चाहिए। जहां तक जमीन के बंटवारे का प्रश्न है तो इलाहाबाद उच्च न्यायालय पहले ही कह चुकी है कि जहां रामलला जी विराजमान हैं, वही श्रीराम जन्मभूमि है।
दूसरा ट्वीट – श्रीराम जन्मभूमि एक आस्था से जुड़ा विषय है और मा0 न्यायालय को भी जन आस्था का सम्मान करते हुए 24 घंटे के भीतर इसपर अपना फैसला सुना देना चाहिए। जहां तक जमीन के बंटवारे का प्रश्न है तो इलाहाबाद उच्च न्यायालय पहले ही कह चुकी है कि जहां रामलला जी विराजमान हैं, वही श्रीराम जन्मभूमि है।
तीसरा ट्वीट – इसके बाद जमीन बंटवारे का विवाद ही खत्म हो जाता है। मुझे लगता है कि 24 घंटे के अंदर इस पर फैसला आ जाना चाहिए, 25वां घंटा लगना ही नहीं चाहिए।
अगर आप सभी को याद होगा तो इसके पहले भी उन्होंने कहा था की यदि कोर्ट उन्हें राम मंदिर मुद्दा सौप दे तो, वे 24 घंटे के अंदर ही इसका हल निकल सकते है।