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सियाचिन ग्लेशियर को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है। एक ओर भारत की सेना तो दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना यहां हमेशा आंख गड़ाए बैठी हुई नजर आ जाती है।

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एक बार फिर लोकसभा चुनाव में योगी ने शुरु किया शमशान कब्रिस्तान का मुद्दा

Politics Tadka Taranjeet 20 April 2019
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर चुनाव आयोग ने 72 घंटों का बैन लगाया था, इसके हटने के बाद उन्होंने अपना पहला बयान दिया है। वहीं बैन हटने के बाद योगी ने ट्वीट कर हनुमान जयंती की बधाई दी और लिखा कि हनुमान जी में मेरी अटूट आस्था है और संकटमोचन में इस आस्था के बीच में कोई नहीं आ सकता है। इसके अलावा उन्होंने संभल में चुनावी सभा को संबोधित भी किया। जहां पर उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला किया और कहा कि अभी तक का स्कोर सपा-बसपा-कांग्रेस जीरो है और सभी 16 सीटें बीजेपी जीत रही है। योगी ने कहा कि तीसरे चरण में किसी तरह चूक नहीं होनी चाहिए और भगवा झंडा झुकना नहीं चाहिए।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान में घुसकर एयरस्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक की है, आतंकियों को खत्म किया है। वहीं योगी ने कहा कि सपा के नेता चौधरी वीरेंद्र सिंह ने मुझे कुछ दिन पहले फोन किया, जो 2 बार मंत्री भी रहे हैं और बीजेपी का समर्थन करने की बात कही।

शमशान कब्रिस्तान का राग शुरु

योगी आदित्यनाथ ने सरकार के काम बताते हुए कहा कि आज अगर कोई महिलाओं पर अत्याचार करता है तो उसे जेल होगी या फिर सीधा उसका राम नाम सत्य हो जाता है। पिछली सरकारें कब्रिस्तान के लिए पैसा देती थीं, श्मशान के लिए नहीं लेकिन हम सभी के लिए पैसा देते हैं। आपको बता दें कि शमशान कब्रिस्तान वाला ऐसा बयान योगी आदित्यनाथ पहले भी दे चुके हैं। योगी आदित्यनाथ ने साथ ही कहा कि अपने आप को बाबर की औलाद कहने वाला व्यक्ति आज गठबंधन का उम्मीदवार बन कर आपके सामने है।

बैन खत्म होते ही प्रचार पर निकले

आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने गलत बयानबाजी की वजह से योगी पर तीन दिन का बैन लगाया था, जो कि 16 अप्रैल सुबह 6 बजे से शुरु हुआ था और 19 को 6 बजे खत्म हो गया है। यूपी के सीएम ने बैन हटने के बाद लखनऊ के हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना की, जिसके बाद वो अपने चुनाव प्रचार के लिए रवाना हुए। चुनाव आयोग के बैन के दौरान वो किसी भी तरह के राजनीतिक कार्यक्रम का हिस्सा नहीं हो सकते थे और ना कोई राजनीतिक ट्वीट कर सकते थे।

बैन के दौरान भी करते रहे दौरे

गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ चुप तो रहे, लेकिन वो लोगों के बीच में रहे। 16 अप्रैल को उन्होंने लखनऊ के हनुमान मंदिर में आरती पढ़ी और इसके बाद वो अयोध्या गए और हनुमान गढ़ी में दर्शन किए। इतना ही नहीं योगी ने अयोध्या में एक दलित के घर खाना भी खाया और उनके परिवार से बात की। चुनाव आयोग के बैन के बावजूद योगी आदित्यनाथ के लगातार दौरों पर रहे। जिसका मायावती ने विरोध किया था। मायावती ने ट्वीट कर कहा था कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बैन के बाद मंदिर-मंदिर घूम रहे हैं और चुनावी लाभ ले रहे हैं। उन पर आयोग इतना मेहरबान क्यों है?

Taranjeet

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A writer, poet, artist, anchor and journalist.