लंबे वक्त से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच में होने वाले गठबंधन के कयासों पर कांग्रेस ने पूरी तरह से विराम लगा दिया है। कांग्रेस ने दिल्ली की 7 में से 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। दक्षिणी दिल्ली सीट को छोड़कर बाकी सभी 6 सीटों पर कांग्रेस ने प्रत्याशी उतार दिए हैं। इस ऐलान के साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल ने अपनी ही पार्टी की जीत पर संशय खड़ा कर दिया है।
दिल्ली की चांदनी चौक लोकसभा सीट से सांसद रहे कपिल सिब्बल का कहना है कि उन्होंने चुनाव लड़ने से पहले ही इनकार कर दिया था। सिब्बल ने पार्टी की जीत पर कहा कि दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबला होने वाला है और यहां पर जीत दर्ज करना काफी मुश्किल है। कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट में चांदनी चौक सीट से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि कपिल सिब्बल को उतारा जाएगा लेकिन इस बार पार्टी ने जेपी अग्रवाल को इस सीट से मैदान में उतारा है।
कांग्रेस ने अपने 6 प्रत्याशियों में पुराने और नए नेताओं को तवज्जो दी है। इस लिस्ट में चांदनी चौक से जेपी अग्रवाल, उत्तर पूर्वी दिल्ली से शीला दीक्षित, नई दिल्ली से अजय माकन, उत्तर पश्चिमी दिल्ली से राजेश लिलोथिया, पूर्वी दिल्ली से अरविंदर सिंह लवली और पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा को उम्मीदवार बनाया है।
वहीं बीजेपी ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी को उत्तर पूर्वी दिल्ली से उतारा है, जहां से वो अभी सांसद भी हैं। अब उनका मुकाबला दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से होगा। इसके अलावा बीजेपी ने पश्चिमी दिल्ली से प्रवेश वर्मा को चुना है जहां से कांग्रेस के दिग्गज नेता महाबल मिश्रा मैदान में हैं, दक्षिणी दिल्ली से रमेश बिधूड़ी का सामना आम आदमी पार्टी के राघव चढ्ढा से होना है। वहीं चांदनी चौक से बीजेपी ने हर्षवर्धन को टिकट दिया है, जिससे कांग्रेस के पूर्व सांसद जेपी अग्रवाल भी मैदान में है। आपको बता दें कि दिल्ली की सातों सीट पर 12 मई को मतदान होना है।
सबसे पहले आम आदमी पार्टी की तरफ से उम्मीदवारों का ऐलान होने के बाद से ये मुकाबला अब काफी कठिन हो गया है। आम आदमी पार्टी ने आतिशी, दिलिप पांडे्य, राघव चढ्ढा जैसे नामी चेहरों को टिकट दिया है। जो अपनी सीट पर काफी मेहनत कर रहे हैं।