लोकसभा चुनाव में अलग अलग राजनीतिक दाव चले जा रहे हैं। बिहार में राजनीति एक अलग मोड़ लेती हुई नजर आ रही है। बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने एक दावा किया है जिससे राजनीति में भूचाल आ गया है। राबड़ी ने कहा कि जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने लालू प्रसाद से मुलाकात की है और आरजेडी और जेडीयू के एक होने की बात की है। उन्होंने प्रस्ताव दिया है कि आरजेडी और नीतीश कुमार के जेडीयू का विलय हो जाए और बनने वाले नए दल से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाए।
राबड़ी देवी ने साथ ही कहा कि अगर प्रशांत किशोर इस प्रस्ताव को लेकर हुई मुलाकात से इनकार करते हैं तो वो साफ झूठ बोल रहे है। राबड़ी देवी ने कहा कि मैं इससे बहुत नाराज हुई और उनसे जाने के लिए कहा क्योंकि नीतीश के धोखा देने के बाद मुझे उन पर भरोसा नहीं रहा है। आपको बता दें कि राबड़ी देवी बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के पद पर भी हैं। साल 2017 में नीतीश कुमार आरजेडी और कांग्रेस से अलग होकर दोबारा बीजेपी के साथ जुड़ गए थे और वो एनडीए में शामिल हो गए थे।
इसके अलावा राबड़ी देवी ने कहा कि हमारे सभी कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी इस बात के गवाह हैं कि उन्होंने कम से कम पांच बार बात की है।इनमें से तो ज्यादातर तो 10 सर्कुलर रोड पर हुई है। वहीं कुछ मुलाकातें तेजस्वी यादव के आवास पर हुई है। राबड़ी ने साथ ही कहा कि किशोर जेल से ही लालू से बात करते रहे हैं, लेकिन परिवार के लोगों को लालू प्रसाद से फोन पर बात करने का मौका नहीं मिलता है। साथ ही राबड़ी देवी ने अनंत सिंह के दावे का भी जिक्र किया जिसमें कहा कि उनके जेल में रहने के दौरान ललन सिंह नीतीश से टेलीफोन पर बातचीत करवाते थे।
इससे पहले भी ये बात सामने आई है कि नीतीश कुमार वापिस से गठबंधन में शआमिल होना चाहते हैं। बीते साल सितंबर में जेडीयू के सदस्य बने प्रशांत किशोर ने इस दावे के बाद ट्विटर पर स्वीकार किया था कि उन्होंने पार्टी की सदस्यता लेने से पहले कई बार लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी।