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सियाचिन ग्लेशियर को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है। एक ओर भारत की सेना तो दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना यहां हमेशा आंख गड़ाए बैठी हुई नजर आ जाती है।

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देश में सिर्फ 3 दिन का कोयला बचा है और ये बात हमें न्यूज़ वाले 10 दिन से बता रहे हैं

एसी ऑफिस में बैठकर कोयले का तापमान बढ़ाने वाले हमारे न्यूज़ एंकरों से कोयला खुद परेशान हो चुका है. हमारे रिपोर्टर टिंकू जिया ने कोयले से जाकर बात की हैं
Troll Ambresh Dwivedi 22 October 2021
There is only 3 days of coal left in the country and this news is telling us from 10 days.

कोयलमपुर:

मेरे दोस्त की शक्ल जैसे दिखने वाले कोयले ने आजकल देश में चर्चाओं का बाजार गर्म कर रखा है. वैसे तो कोयले का काम अंगीठी को गर्म करना है लेकिन आजकल इसमें न्यूज़रूम का तापमान बढ़ा रखा है. कहा जा रहा है कि देश में अब कुछ ही दिनों का कोयला बचा हुआ है Coal crisis in india. हमारे मीडिया वाले लोग बता रहे हैं कि देश में केवल 3 दिन का कोयला बचा है और इसके बाद अँधेरा हो जाएगा। सबसे बड़ी हैरानी की बात है कि ये न्यूज़ हमारे मीडिया वाले पिछले दस दिनों से बता रहे हैं कि देश में सिर्फ तीन दिन का कोयला बचा है.

कोयला खुद आकर देगा सफाई –

एसी ऑफिस में बैठकर कोयले का तापमान बढ़ाने वाले हमारे न्यूज़ एंकरों से कोयला खुद परेशान हो चुका है. हमारे रिपोर्टर टिंकू जिया ने कोयले से जाकर बात की जिससे कई सारी बातें सामने आई हैं. कोयले का कहना है कि मैं खुद दिनभर अपने आप को टीवी में देखकर परेशान हो चुका हूँ. ये न्यूज़ वाले कोयला खत्म होने पर सरकार की गलती नहीं दे रहे हैं. ये मुझसे पूछ रहे हैं कि ‘ए कोयले तू खत्म कैसे हो गया'(Coal crisis in india). अब बताइए ऐसे में गुस्सा काहे नहीं आएगा मुझे। शुरू-शुरू में जब इन्होनें मुझे टीवी में दिखाना शुरू किया तो अच्छा लगा लेकिन बाद में तो मजाक ही बनाकर रख दिया है. कोई मुझसे पूछने नहीं आया कि मैं कितने दिन के लिए बचा हूँ लेकिन हर कोई अपनी मर्जी से चला रहा है. एक दिन एक रिपोर्टर ने चिल्लाकर कहा’-कोयला तुमसे पूछता है भारत की आखिर कहाँ छिप गए हो तुम, कहीं तुम कांग्रेसी तो नहीं हो. कहीं मोदीजी को बदनाम करने के लिए तुमने कांग्रेस के साथ मिलकर खुद को छिपा तो नहीं लिया है. बता कोयले कहाँ छिपा बैठा है तू’. बताइए ऐसी-ऐसी धमकियाँ दे रहे हैं मुझे जैसे सामने आने पर मेरी जान ले लेंगे। अरे एक वो चैनल वाला है न जिसे त्यागी ने एक विशेष संबोधन देकर पुकारा था वो तो कह रहा था कि ‘कोयला है कांग्रेसी, देश की कर देगा ऐसी-तैसी‘. अब बताओ इतना कुछ कहा जा रहा है मेरे बारे में तो मैं खुद आकर खदान के दो हजार फिट नीचे अपने परिवार के साथ छिप गया हूँ. कुछ चैनल वाले कह रहे हैं की महज कुछ घंटों का मेहमान है कोयला। ये सुनकर रोना आ जाता है की बिना सुने ही जिन्दा मारने का इरादा बना लिए हैं ये चैनल वाले। ऐसा लगता है जैसे सरकार से इन्होनें मेरी सुपारी ले रखी है.

भाईसाब एक चैनल वाले ने तो हद ही कर दी. बताने लगा कि कोयले के पाकिस्तान से कनेक्शन हैं और वो आतंकी हमले में शामिल हो सकता है. कोयला पाकिस्तान एजेंट है(Coal crisis in india). अब बताइए भाईसाब गुस्सा नहीं आएगा तो क्या होगा। मन करता है इनका मुंह काला कर दूँ लेकिन फिर देखा तो पता चला कि इनका मुंह तो पहले से ही काला है अब कुछ बचा नहीं है इनकी जिंदगी में. कई बार तो मुझे अपने जिंदगी इनसे बेहतर लगती है.

कोयले की इस व्यथा को सुनकर हमारा रिपोर्टर टिंकू जिया खुद को संभाल नहीं पाया और रोने लगा. तो कोयले ने कहा भाई प्रधानमंत्री की तरह रोने लगे तुम तो. चुप हो जाओ अभी टिंकू जिया और वो देखो एक न्यूज़ चैनल वाला कह रहा है कि ‘चाइना का साथी है कोयला, देश में दीवाली पर करवाना चाहता है अँधेरा’.
इतना कहकर कोयला अपने परिवार को लेकर टिंकू जिया से दूर जाने लगा. टिंकू जिया अपने काला कलूटा मुंह लेकर वापिस लौट आया.

Ambresh Dwivedi

Ambresh Dwivedi

एक इंजीनियरिंग का लड़का जिसने वही करना शुरू किया जिसमे उसका मन लगता था. कुछ ऐसी कहानियां लिखना जिसे पढने के बाद हर एक पाठक उस जगह खुद को महसूस करने लगे. कभी-कभी ट्रोल करने का मन करता है. बाकी आप पढ़ेंगे तो खुद जानेंगे.