और भैया लोग का हालचाल बा हो, चुनाव के बोखार सबके चढ़ल बा। अबकी किसकी सरकार होगी ये तो किसी को नहीं पता। लेकिन परिणाम चाहे जो भी हो जनता के हिस्से में बस बेरोजगारी (Unemployment) और भ्र्ष्टाचार (Corruption) ही है। सारे नेता लोग अपने कार्यकाल ने बस बकचोदी करते है। किसी ने आज तक जनता के हित के लिए फैसले नहीं लिए। बड़े-बड़े वादे करने वाली ये सरकारें अंदर से एकदम खोखली होती है।
जनता से बड़े-बड़े वादें करके उन्हें तोड़ दो यही पॉलिटिक्स (Politics) का रूल है। साला जो आता है पब्लिक को लूट के चला जाता है। हालफिलहाल उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में जो सरकार है उसकी ही बात करें तो ये सरकार जब सत्ता में आयी तो यूपी की जनता को बड़े-बड़े सपने दिखाए और अब ये सरकार की समयावधि ख़तम होने को आयी लेकिन वो बदलाव नहीं हुए जिनकी जनता को आवश्यकता थी।
अबकी उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 में सरकार को जीत के लिए बोहोत पापड़ बेलने होंगे क्यूंकि इस बार अखिलेश की पार्टी योगी आदित्यनाथ को धूल चाटने के लिए तौयार है। हालाँकि अखिलेश यादव को अपनी रैलियों में जब सैलाब देखकर गलतफहमी हो गयी है की इस बार उत्तर प्रदेश की जनता अखिलेश को लाना चाहती है।
मेरी उत्तर प्रदेश की जनता से बस यही दरख्वास्त है की कृपया ऐसे लोगो को सत्ता में लाये जो सच में आपका भला चाहती हो। ऐसे लोगों को नहीं जो आपके लिए हानिकारक हो। समझ रहे हो ना आप लोग, अबकी उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 में सरकार उहे होइ जे सत्ता के लायक होइ।