
नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पहली बार भारत आ रहे हैं. अब बहुत सारे लोग सोच रहे हैं की इसमें कोई ख़ास बात है. लेकिन नहीं भाईसाब इसमें कोई ख़ास नहीं बल्कि बहुत ख़ास बात है. दरअसल डोनाल्ड ट्रम्प ये जानने आ रहे हैं कि आखिर कैसे मोदी जी बिना किसी वजह और बात के चुनावों के समय पाकिस्तान को शामिल कर लेते हैं. चुनाव जीतने के लिए इस बार ट्रम्प भी यही कला अपनाने आ रहे हैं.
केन्द्रीय मंत्री समेत बग्गा और कपिल से मिलेंगे– जैसे ही बीजेपी को ये जानकारी मिली कि ट्रम्प भाईसाब इस नेक काम के लिए भारत आ रहे हैं. पार्टी ने एक बैठक बुलाई और उसमे कहा गया कि “देखो भाईलोग ट्रम्प आ रहे हैं और उन्हें ये पकिस्तान वाला मसअला समझना है. इसके लिए तैयार हो जाओ. ये मिशन गिरिराज सिंह, तेजिंदर पाल बग्गा और कपिल मिश्रा लीड करेंगे. बिना वजह जिस तरीके से कपिल मिश्रा ने दिल्ली चुनावों में पाकिस्तान को शामिल किया है उसे देखते हुए पार्टी ने उन्हें सम्मानित किया और ट्रम्प को भी पाकिस्तान को जानकारी वही दें ऐसा मौक़ा भी दिया.
क्या सीखेंगे ट्रम्प– दरअसल ट्रम्प को इस बार चुनाव जीतना मुश्किल लग रहा है इसीलिए वो पाकिस्तान को बीच में लाने जा रहे हैं. कपिल मिश्रा और तेजिंदर बग्गा के साथ ट्रम्प गिरिराज सिंह से मिलेंगे. इस दौरान वो सीखेंगे की जब विकास, बिजली, पानी और शिक्षा के मुद्दे पर चुनाव खिसक रहा हो तो कैसे बेवजह पाकिस्तान का नाम लिया जाए. कैसे किसी शख्स को आतंकवादी कहकर मुद्दा भटकाने का प्रयास किया जाए. इसके अलावा ट्रम्प कुछ बीजेपी सोशल मीडिया के लोग भी लेकर जाएँगे जिन्होंने पाकिस्तान के वीडियोस को वायरल करने में पीएचडी की हुई है.
विपक्षी भी लेंगे सलाह– ऐसा नहीं है कि केवल ट्रम्प ही बीजेपी से सीख लेने वाले हैं. बल्कि ट्रम्प के खिलाफ इस बार चुनाव लड़ने वाली विपक्षी पार्टी भी बीजेपी से एक विशेष सीख लेने आ रही है. दरअसल वो ये सीखने आएँगे की सत्तारूढ़ पार्टी के काम को कैसे नकारा जाएगा. प्रवेश वर्मा और गौतम गंभीर से ये सीखा जाएगा कि आखिरी इतनी शानदार स्कूल को बिल्डिंग होने के बाद भी कैसे उसमे जान बूझकर कमियां निकाली जाए. यानी विपक्ष अगर सबकुछ सही कर दे तो उसे शून्य की तरफ कैसे मोड़ा जाए.
मनोज तिवारी से खास मुलाकात– ये विपक्षी दल के नेता मनोज तिवारी से ख़ास मुलाकात करने वाले हैं. इसमें मनोज तिवारी से इन्होने ख़ास निवेदन किया है. दरअसल ट्रम्प की मुलाकात तिवारी से भी होगी ऐसे में ये लोग चाहते हैं कि तिवारी अपने भाषण और इंटरव्यू वाली कला ट्रम्प को सिखा दें जिससे वो ऊल जलूल बयान देते रहें.
तो भाईसाब पाकिस्तान को कैसे बीच में लाया जा सकता है ये सीखने के लिए ट्रम्प को भला हमारे भारत से बेहतर जगह कहाँ मिलेगी.