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सियाचिन ग्लेशियर को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है। एक ओर भारत की सेना तो दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना यहां हमेशा आंख गड़ाए बैठी हुई नजर आ जाती है।

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हमारी ममता दीदी भाई लोग से हिंदी सीखने गयी या भूल चूक लेनी देनी करने ?

Troll Ambresh Dwivedi 20 September 2019

नई दिल्ली: एक बार अमित शाह गृह मंत्री बन जाएं फिर देखना कैसे बंगाल में भगवा लहराता है और ममता बनर्जी जेल जाती है. अरे वो तो मुसलमान है, देखना अमित भाई उसे ठीक कर देंगे. इन शब्दों का इस्तेमाल करने वाले स्वघोषित देशप्रेमियों के लिए बेटा बहुत बुरी तस्वीर सामने आई है. union home minister अमित शाह और ममता बनर्जी मुलाकात कर रहे हैं. मानो जैसे दिल के टुकड़े-टुकड़े हो गए. आईला, ये क्या मोटा भाई आपने तो माहौल बिगाड़ दिया. लेकिन वो समझ नहीं रहे हैं. दरअसल इन कारणों से ममता बनर्जी से अमित शाह से मुलाकात की है.

  • नागरिकता दे दो अमित भाई

समर्थक लंबे समय से ये कह रहे हैं कि ममता बनर्जी भारत नहीं बल्कि बांग्लादेश की हैं. वो मुसलमानों की समर्थक है और सबसे पहले NRC का मुद्दा उन्ही से शुरू होना चाहिए. तो ये बात ममता के कानों में गई और उन्होंने सोचा कि लगे हाथ अमित भाई से नागरिकता ले ली जाए. इसीलिए वो मोटा भाई से मिलने गई थीं.

  • हिंदी सीखने

अमित शाह ने जब से कहा है कि एक राष्ट्र एक भाषा तब से सबसे अधिक चिंता में हैं ममता बनर्जी. उन्हें लगा हमें तो हिंदी नहीं है इसीलिए सबसे बड़े हिंदी समर्थक से लगे हाथ सीखकर आ जाते हैं. इसीलिए उन्होंने सीखने की कोशिश करी है. लेकिन सीख नहीं पाई. मोटा भाई कह रहे थे हिंदी सिखाने के बदले में बंगाल देना होगा. दीदी पहली फुर्सत में वापिस लौट आईं.

  • भूल चूक लेनी देनी

अब जिस तरह से अमित शाह एक के बाद अपने विरोधियों के पीछे पड़े हैं उसे देखते हुए दी भी घबराई हुई हैं. ऐसे में दीदी ये कहने गई थीं की अमित भाई भूल-चूक लेनी देनी माफ़ करो. पूरा देश तो ले रखा है एक बंगाल में हमको रहने दो ना बाबा. लेकिन मोटा भाई नही माने बोले मोदी जी से पूछिए और मोदी जी ने फिर से मोटा भाई के पास भेज दिया. ऐसे में खिसिया के दीदी लौट आई.

  • अब मैटर क्लोज

दीदी ने union minister minister अमित शाह शाह से NRC के मुद्दे पर बात तो की लेकिन साथ-साथ कुछ बातें कहीं. दीदी ने साफ़ कह दिया कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके आई हूँ और उन्हें भी बता दिया. अब वो दोबारा पीएम बन गए तुम गृह मंत्री बन गए अब तो बस करो. अब क्या बंगाल के पीछे पड़े हो. अब दोनों अपनी-अपनी जगह सेट हो, चुनाव हो चुका है तो अब कोई बहसबाजी नहीं और बंगाल में कोई एक्शन नहीं. लेकिन जानते तो हो मोटा भाई माने नहीं.

खैर, ये तस्वीरें और ये मुलाकात उन लाखों समर्थकों के मुंह में जोरदार तमाचा है जिन्होंने ममता और शाह के शब्दों से प्रभावित होकर आपसी रिश्ते खराब कर लिए. बंगाल में कितनी ही मौतें हुई, कितना हिन्दू मुस्लिम हुआ लेकिन इस एक तस्वीर ने सारे हकीकत सामने लाकर रख दी. इसीलिए दोस्तों सियासत पर यकीन मत करो.

Ambresh Dwivedi

Ambresh Dwivedi

एक इंजीनियरिंग का लड़का जिसने वही करना शुरू किया जिसमे उसका मन लगता था. कुछ ऐसी कहानियां लिखना जिसे पढने के बाद हर एक पाठक उस जगह खुद को महसूस करने लगे. कभी-कभी ट्रोल करने का मन करता है. बाकी आप पढ़ेंगे तो खुद जानेंगे.