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Paytm – फ्रॉड, ठगी और पैसा कमाने का एक जरिया बन कर रह गया है

Business Information Taranjeet 15 September 2019

Paytm आज की तारीख में एक सबसे जरूरी ऐप के रूप में उभर कर सामने आया है। इस ऐप का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी बन गया है, मेट्रो से लेकर खाने तक, मूवी से लेकर बिल तक हर चीज के लिए सबसे पहले इंसान को याद आता है तो वो है Paytm। बात सही भी है कि इसका इस्तेमाल किया भी क्यों न जाएं, ये हर चीज के लिए आपके साथ रहता है और इसके द्वारा जब आप कोई भुगतान करते हैं, चाहे फिर वो बिल का हो या फिर टिकट बुक करानी हो तो आपको ज्यादातर चीजों में कैशबैक भी मिलता है। तो फायदा आपका हुआ ना।

हालांकि Paytm के इस्तेमाल में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ जब देश के अंदर नोटबंदी की गई थी। पुराने 500 और 1000 के नोट बंद हो गए और पूरा देश जेब में सिर्फ फोन और खाली वॉलेट लेकर चल रहा था। तभी Paytm ने इस मौके का फायदा उठाया और नोटबंदी के वक्त पर लोगों को ऑनलाइन पेमेंट करने पर मजबूर कर दिया गया। तब से लोगों को जो कैशलेस होने की आदत पड़ी है, वो आज तक नहीं गई है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि Paytm पर लोग बिजनेस भी करते हैं। जी हां ये बिजनेस करने वाले लोगों के लिए भी एक प्लैटफॉर्म है। व्यापारी अपना प्रोडक्ट ऑनलाइन सेल करना चाहते हैं वो Paytm मार्केट प्लेस मॉडल पर काम करते हैं। यहां पर वेंडर्स अपने प्रोडक्ट्स को रजिस्टर करते हैं और बायर्स खरीदने के लिए आते हैं। Paytm को सेलर्स से कमीशन के तौर पर रेवेन्यू मिलता है।

ऐसे होती है कमाई

ये तो हुई Paytm की वो कमाई जो वो व्यापारी से लेता है, लेकिन वो आपकी जेब से भी तो पैसा लेता है। जब भी आप Paytm वॉलेट से बैंक में पैसा ट्रांसफर करते हैं तो इस पर आपके अकाउंट से 5 प्रतिशत चार्ज लगता है, जो कि Paytm का मुनाफा है। मान लो कि आपने 1000 रुपए ट्रांसफर किए हैं, तो ऐसे में अब आपको 50 रुपए का चार्ज देना पड़ेगा, जो कि पहले 4 फीसदी हुआ करता था।

आप जानते हैं कि जब पैसा बैंक में रखा जाता है तो उस पर भी इंटरेस्ट मिलता है। तो ये भी मान लिजिए फिर की जब Paytm पर कोई कस्टमर कुछ खरीदता है, और उसकी पेमेंट करता है तो Paytm उस पैसे को 1 हफ्ते तक अपने पास होल्ड करके रखता है। इससे 7 दिन का इंटरेस्ट मिलता है। इसे एडवांस पेमेंट मॉडल कहते हैं। इससे जो फायदा होता है और ये इंटरेस्ट जो होता है वो Paytm का मुनाफा है। जैसे ही कस्टमर से कंफर्मेशन मिलते ही वो उसे सेलर के अकाउंट में ट्रांसफर कर देता है।

अगर आप paytm वॉलेट का यूज paytm के द्वारा बताई गई गाइडलाइन के हिसाब से नहीं करते हैं, तो paytm की तरफ से आपका अकाउंट जब्त कर लिया जाता है। इसमें paytm तीन बार रिमाइंडर भेजता है। पहले 15 दिन के 2 रिमाइंडर होते हैं और लास्ट रिमाइंडर 7 दिन का होता है। इसके बाद इसे जब्त कर लिया जाता है। और उस वॉलेट में जो भी पैसा होता है वो एक तरीके से पूरा Paytm का ही हो जाता है।

इसके अलावा Paytm पर बहुत से लोग एड भी देते हैं, तो ये तो हर ऐप के लिए सबसे आम सा साधन है पैसा कमाने के लिए। Paytm भी इसका पालन करता है। Paytm जहां सेलर्स से कमीशन लेता है तो वहीं पर वो एनुअल सब्सक्रिप्शन फीस भी लेता है। जिनकी प्रोडक्ट्स की लिस्ट वेबसाइट पर है। इसे सब्सक्रिप्शन मॉडल कहते हैं। Paytm सेलर को अपने विज्ञापन साइट पर करने के लिए परमीशन देता है और इसका चार्ज भी लेता है। इसे Advertising Revenue Model कहते हैं।

नोटबंदी के बाद Paytm पर क्या असर पड़ा?

Paytm की शुरुआत साल 2010 में की गई थी, लेकिन 2016 तक वो एक गुमनामी की जिंदगी जी रहा था। जैसे ही नोटंबदी हुई इस कंपनी की तो मानो चांदी हो गई थी। नोटबंदी का फैसला लागू होने के बाद लोग Paytm के जरिए जनता को भुगतान करना पड़ रहा था, जिससे की सिर्फ 6 दिनों में ही ऑफलाइन स्टोर पर ट्रांजेक्शन के मामले में कंपनी ने 300 फीसदी की तेजी दर्ज की थी। ऑनलाइन और ऑफलाइन पेमेंट साल्यूशन देने वाली कंपनी Paytm एक साल के अंदर ही भारत की सबसे तेज क्यू आर आधारित कंपनी बन गई थी। नोटबंदी का बाजार पर गहरा असर हुआ था, ऐसे में Paytm के जरिए लोगों ने अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए कैशलैस खरीदारी करनी शुरू कर दी थी। 8 नवंबर 2016 से पहले Paytm के करीब 15 करोड़ ग्राहक थे और रोज करीब 1 से 2 लाख कस्टमर जुड़ते थे लेकिन 8 नवंबर की रात के बाद करीब 3 लाख ग्राहक रोजाना जुड़ने शुरु हो गए थे। पहले हफ्ते में ही लोग 3 बार औसतन Paytm इस्तेमाल कर रहे थे अब दिन में 3 बार इस्तेमाल होने लगा है।

इतना ही नहीं Paytm जैसी और भी कई ई-वॉलेट कंपनियों को नोटबंदी के बाद फायदा हुआ था, लेकिन सबसे ज्यादा सफलता Paytm को मिली थी। नीति आयोग के मुताबि‍क, नोटबंदी के बाद से 7 दि‍संबर, 2016 तक जुटाए गए आंकड़ों के हिसाब से देश में रोजाना ई-वॉलेट ट्रांजैक्‍शन में करीब 271 फीसदी का इजाफा दर्ज कि‍या गया है। इसमें Paytm सबसे आगे हैं।

अब क्यों हो रहा है Paytm को नुकसान

जो कंपनी एक वक्त पर इतने बड़े उछाल पर थी, वो अब घाटे में जा रही हैं। जी हां हैरान मत होइए ये सच्चाई है। Paytm को हर रोज का लगभग 11 करोड़ का घाटा हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले फाइनेंशियल ईयर में Paytm का घाटा 165 फीसदी बढ़ गया है। ये 1,490 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,959.6 करोड़ रुपये हो गया है। हालांकि, कंपनी की आमदनी में लगातार इजाफा हो रहा है। ये 3,229 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,319 करोड़ रुपये हो गई है। आपको बता दें कि डिजिटल पेमेंट लीडर Paytm को Google Pay और Phonepe से कड़ी टक्कर मिल रही है।

One 97 Communication को 31 मार्च को खत्म पिछले वित्त वर्ष में भारी घाटा हुआ है। कंसोलिडेटेड आधार पर कंपनी को 4,217 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। इसमें पेटीएम मनी, पेटीएम फाइनेंशियल सर्विसेज, पेटीएम एंटरटेनमेंट सर्विसेज आदि के कारोबार शामिल हैं। कंपनी की सालाना रिपोर्ट के अनुसार इसके एक साल पहले उसे 1,604.34 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। यानी की पिछले एक साल के भीतर कंपनी का घाटा बढ़कर दोगुने से ज्यादा पहुंच गया है। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी को अकेले 3,959.6 करोड रुपये का घाटा हुआ है, जबकि इसके एक साल पहले कंपनी को सिर्फ 1,490 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

आय बढ़ी, लेकिन खर्च भी बहुत ज्यादा बढ़ा

इस दौरान कंपनी की कुल आय 8.2 फीसदी बढ़कर 3,579.67 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। लेकिन दूसरी तरफ, कंपनी का खर्च दोगुना होकर 7,730.14 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। कंपनी ने अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि ब्रैंड तैयार करने और कारोबारी गतिविधि मजबूत करने के लिए कंपनी को भारी पूंजीगत व्यय करना पड़ा है। कई पूंजीगत और संचालनात्मक खर्चों के लिए हमें भारी राशि लगानी पड़ी जिसकी वजह से वित्त वर्ष के दौरान घाटा हुआ है।

Paytm क्यों है चर्चा में

आजकल Paytm 2 वजहों से काफी ज्यादा चर्चा में है, एक तो अपने Fraud की वजह से और दूसरा राणा कपूर। राणा कपूर वही शख्स है जो अपने Yes Bank के शेयर इस डिजिटल पेमेंट कंपनी को बेचना चाहता है। इसके अलावा बात करें अगर फ्रॉड की तो Paytm में फ्रॉड की खबरें आना तो आम बात हो गई है, कभी इस डिजिटल पेमेंट लीडर ऐप के साथ कोई fraud कर देता है, तो कभी ये कंपनी किसी के साथ फ्रॉड कर देती है। इसलिए Paytm Customer Care के नंबर हर वक्त व्यस्त रहते हैं और शिकायतों का लंबा सिलसिला चलता है। चाहे फिर वो कस्टमर को गलत सामान देने की वजह से हो या फिर एक कस्टमर के अकाउंट से 26 हजार रुपये निकल जाने की वजह से हो।

जी हां हाल ही में एक मामला आया सामने जिसमें एक ग्राहक जो इस डिजिटल पेमेंट ऐप पर KYC लिंक कर रहा था, उसके अकाउंट से ही 26 हजार रुपये निकल गए। इसके पीछे का कारण था कि सतीश नाम के एक उपभोक्ता के पास एक कॉल आई और कहा गया कि पेटीएम की तरफ से बात कर रहे हैं और आपका KYC पेंडिंग हैं। उधर से कहा गया कि पेटीएम कस्टमर केयर से बात कर रहे हैं और आपका KYC अपडेट करना होगा नहीं तो आप वॉलेट नहीं यूज कर पाएंगे।

टेक्स्ट मैसेज में एक लिंक था जैसे ही उन्होंने उस लिंक पर क्लिक किया तो Paytm खुला और खुद को पेटीएम कस्टमर केयर बताने वाले शख्स ने वॉलेट के साथ लिंक्ड डेबिट कार्ड के चार डिजिट मांगे ही नहीं, बल्कि उसे उनके ही पेटीएम में दर्ज करने के लिए कहा। जैसे ही उन्होंने चार डिजिट दर्ज किया उनके अकाउंट से लगभग 26000 रुपये किसी दूसरे नंबर पर ट्रांसफर हो गए। इस व्यक्ति ने जब पेटीएम कस्टमर केयर से बात की तो उनसे FIR की कॉपी मांगी गई है। हैरानी की बात तो ये है कि पेटीएम कस्टमर केयर बताने वाला फ्रॉड अब तक ये कहा जा रहा है कि वो Paytm से ही बात कर रहा है और कंपनी गलती से ये लिंक भेजा गया और पैसे कट गए जो 48 घंटे में वापस आ जाएंगे। हालांकि आपको बता दें कि Paytm पर KYC कराने का तरीका अलग है और इसके लिए इस डिजिटल पेमेंट लीडर कंपनी की तरफ से आपके पास कोई शख्स भेजा जाता है जो KYC करते हैं।

इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए क्या करें?

इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए आप किसी को भी अपने कार्ड के डीटेल्स ने भेजें। मैसेज में आए हुए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें क्योंकि ये लिंक्स आपको सीधा पेटीएम पर रीडायरेक्ट करके हैं और कार्ड की सारी जानकारी चुरा लेते हैं। जिससे आपके अकाउंट से पैसा ट्रांसफर कर लिया जाता है।

Taranjeet

Taranjeet

A writer, poet, artist, anchor and journalist.