
इंसान के दिमाग में हैवानियत, हवस इस हद तक पहुंच गया है कि उसकी सारी सीमाएं खत्म हो गई है। अब तक हम एक महिला का, लड़की का, बच्ची का, बुजुर्ग का हर उम्र की औरत का रेप होने की खबरें पढ़ी है, टीवी पर देखी हैं और इन पर बहुत क्रोध भी अपना व्यक्त किया है, लेकिन अब बात यहां से भी आगे बढ़ गई है। मर्दों की हवस अब एक महिला का रेप भी शांत नहीं कर पा रहा है, अब उसे बेजुबान जानवरों का सहारा लेना पड़ रहा है अपनी हवस को, थरक को शांत करने के लिए।
पहले खाना खिलाया, फिर रेप किया
एक इंसान ऐसा भी है जिसने एक अवारा कुत्तिया को पहले खाना खिलाया, फिर उसके साथ रेप कर दिया। ये मामला महाराष्ट्र का है। ऐसा बताया जा रहा है कि आरोपी ने कुत्तिया के साथ जबरन ओरल सेक्स करने की भी कोशिश की थी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एक एनिवल एक्टिविस्ट ने पुलिस को मामले की जानकारी दी, लेकिन पहले केस दर्ज नहीं किया गया था। फिर किसी तरह आला अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस हरकत में आई और आरोपी को दबोचा गया और मामला बना। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक इस आरोपी की पहचान मुनमुन कुमार गोवर्धन कुमार राम के रूप में हुई है, जिसकी उम्र महज 20 साल की है। 21 अगस्त को जब उसे गिरफ्तार किया गया तो वो उस फूड आउटलेट पर मौजूद था, जहां पर वो काम करता था। इस मामले में पशु अधिकार कार्यकर्ता विजय रंगारे ने शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि आरोपी ने इस घृणात्मक घटना को 15 अगस्त को अंजाम दिया था और रंगारे के मुताबिक उन्हें इस मामले की जानकारी कुछ छात्रों ने दी थी, जो घटना के वक्त खड़गपुर सेक्टर-4 में घूम रहे थे। छात्रों के मुताबिक, आरोपी ने आवारा कुत्तिया से पहले रेप किया। इसके बाद उसने जबरन ओरल सेक्स की भी कोशिश की थी। ऐसे में छात्रों ने घटना का वीडियो बना लिया था और इस वीडियो को ऑनलाइन पोस्ट कर दिया।
NGO की मदद से लिखी गई एफआईआर
रंगारे ने अगले दिन इस वीडियो को देखा और पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने पहले तो FIR लिखने से ही मना कर दिया था। उनका कहना था कि इस वीडियो में पेनिट्रेशन तो दिख ही नहीं रहा है। इसलिए धारा 377 के अंतर्गत ये क्राइम में नहीं आएगा। आपको बता दें कि धारा 377 में अननेचुरल सेक्स की कोई स्पेसिफिक परिभाषा नहीं दी गई है। लेकिन एक NGO ने नवी मुंबई के पुलिस कमिश्नर से संपर्क कर पूरा मसला बताया, जिसके बाद ये एफआईआर लिखी गई।
पुलिस के मुताबिक मुनमुन रोज आसपास के अवारा कुत्तों को खाना खिलाया करता था, जिसकी वजह से कुत्ते उसके साथ सहज हो गए थे और वो उस रेस्टोरेंट के बाहर ही सोया करते थे, जहां पर वो काम करता था। ऐसे में सोच कर ही शर्म आती है कि इन बेजुबानों का क्या होगा? एक महिला तो फिर थोड़ी हिम्मत कर लेती है और वो अपनी बात सामने रख पाती है, लेकिन इन बेजुबान जानवरों के साथ भी जब रेप होने लग जाएं, तो इनकी आवाज कौन सुनेगा? कौन समझेगा कि ये जीव क्या कहना चाहते हैं? इंसान को खुदा ने अपनी सबसे बेहतरीन कलाकारी समझा होगा, लेकिन आज इंसान इतना गिर गया है कि उससे बेहतर जानवर हो गए हैं। आज शायद खुदा भी कहता होगा कि मैंने इंसान बनाया ही क्यों? हम कुत्ते को एक गाली की तरह मानते हैं, किसी को बुरा कहने के लिए हम कहते हैं कि तू कुत्ता है, लेकिन शायद कुत्ते अपनी भाषा में सबसे जलील गाली इंसान को मानते होंगे। क्योंकि अब इंसान तो शायद भगवान की बेहतरीन कलाकारी कहलाने लायक रहा नहीं।