यूँ तो नोटबंदी का दौर पिछले महीने की ८ तारीख से चला आ रहा है जिसमे व्यक्तव्य को अलग अलग मानने वाले शूरवीर अलग अलग विचार रख रहे हैं | आज देश की हालात कुछ ऐसी है की १००-४६ का उत्तर भी जिसको नहीं पता है वो देश का सबसे बड़ा अर्थशास्त्री बना बैठा है | किसी के हिसाब से इस फैसले के साथ ही भारत से काल धन ख़त्म हो जाएगा , किसी का मानना की इससे आतंकवाद ख़त्म हो जाएगा इत्यादि |
इन सबके बीच देश में एक कुनबा ऐसा भी है जो इस फैसले पर आये दिन नए नए नियम और उद्देश्य को सामने रखने वालों पर उंगली किये हुए है , तो इन सब पर विपक्ष को एक बहुत बड़ा विषय भी मिल गया है बोलने का | नियम इस कदर बदल रहे हैं जैसे कोई गिरगिट रंग भी ना बदले | जी हाँ ऐसा कहना है इस स्टेण्डअप कॉमेडियन वरुण ग्रोवर का , जब वो लल्लनटॉप न्यूज़ पब्लिकेशन कंपनी के एक समारोह में बतौर स्टेण्डअप कॉमेडियन बोल रहे थे |
आप भी सुनिये इस बन्दे की पूरी बात