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लालू यादव ने क्यों रखा बड़ी बेटी का नाम मीसा? पढ़ें ये दिलचस्प वाकया

मीसा नाम बहुत ही अलग लगता है। सुनने वालों के दिमाग में एक बात जरूर आती है कि आखिर लालू यादव ने अपनी बेटी का नाम मीसा ही क्यों रखा?
Information Anupam Kumari 9 February 2020
लालू यादव ने क्यों रखा बड़ी बेटी का नाम मीसा? पढ़ें ये दिलचस्प वाकया

एक दशक पहले तक बिहार के बाहर जब कोई भी बिहार का नाम लेता था तो सुनने वाले सीधे लालू यादव का नाम ले लिया करते थे। ऐसा इसलिए कि बिहार की राजनीति लालू प्रसाद यादव के बिना पूरी नहीं होती। मुख्यमंत्री के तौर पर लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी के कार्यकाल को बिहार में जंगलराज के नाम से जरूर जाना जाता है, लेकिन फिर भी बिहार की राजनीति में लालू प्रसाद यादव की अहमियत से कभी कोई इनकार नहीं कर सकता है। अपने परिवार से लालू यादव भले ही खुद से राजनीति में आए, लेकिन उनके राजनीति में आने के बाद उनकी पत्नी के साथ अगली पीढ़ी भी राजनीति में कूद गई। बेटे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव से लेकर बेटी मीसा भारती तक राजनीति में आ गयीं। मीसा भारती ने तो पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव तक लड़ा। भले ही मीसा भारती को इस चुनाव में कामयाबी नहीं मिल सकी, लेकिन मीसा भारती भी बिहार की राजनीति में एक प्रखर महिला नेता के तौर पर जरूर उभरी हैं। यहां हम आपको मीसा भारती से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बता रहे हैं।

ऐसे पड़ा नाम मीसा

मीसा नाम बहुत ही अलग लगता है। सुनने वालों के दिमाग में एक बात जरूर आती है कि आखिर लालू यादव ने अपनी बेटी का नाम मीसा ही क्यों रखा? इसके पीछे एक बड़ा ही दिलचस्प किस्सा छिपा हुआ है। दरअसल, मीसा भारती का जिस वक्त जन्म हुआ था, उस समय इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थीं और उन्होंने देश में इमरजेंसी लगा दी थी। लालू यादव भी आपातकाल के खिलाफ चल रहे जयप्रकाश नारायण के आंदोलन में कूद पड़े थे और इस वजह से उन्हें जेल में डाल दिया गया था। लालू यादव को पटना के कारावास में मेंटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट (MISA) के अंतर्गत रखा गया था। लालू यादव के साथ जेल में राम बहादुर राय भी थे। राम बहादुर राय एक वरिष्ठ पत्रकार रहे हैं। उन्होंने ही लालू यादव को उनकी बेटी का नाम मीसा रखने की सलाह दी थी। लालू यादव को भी यह उचित लगा था और उन्होंने अपनी बेटी का नाम ही मीसा ही रख दिया। इस तरह से उनकी बेटी मीसा भारती के नाम से जानी गयीं।

MBBS टॉपर, फिर भी नहीं बनीं डॉक्टर

लालू यादव की सबसे बड़ी बेटी हैं मीसा भारती। पढ़ाई तो जरूर उन्होंने MBBS की की, लेकिन कभी भी वह डॉक्टर नहीं बनीं। डॉक्टरी पेशे को अपनाने की बजाय मीसा भारती अपने मां-बाप के बनाए हुए पदचिह्नों पर ही चल पड़ीं। उन्होंने राजनीति में कदम रख दिया। मीसा भारती जब MBBS की पढ़ाई कर रही थीं, तो उसी दौरान राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री बन गई थीं। MBBS की परीक्षा में मीसा भारती ने टॉप किया था। ऐसे में उनके टॉप किए जाने पर सवाल उठने शुरू हो गए थे। बहुत से लोगों ने यह आरोप लगाना शुरू कर दिया था कि उनकी मां के मुख्यमंत्री होने का लाभ उन्हें मिला है। बाद में जब मीसा भारती ने डॉक्टरी पेशे को नहीं अपनाया तो इन अटकलों को और बल मिलने लगा था

ऐसे हुई थीं लॉन्च

इनकम टैक्स ने वर्ष 2017 में 175 करोड़ की बेनामी संपत्ति को ज़ब्त किया था जो कथित तौर पर मीसा भारती और उनके परिवार से संबंधित थी। दो बार जांच अधिकारियों की ओर से उन्हें समन जारी किया गया, मगर इसके बावजूद वे उनके सामने पेश होने नहीं पहुंची थीं। राज्यसभा के लिए भी मीसा भारती वर्ष 2016 में चुनाव लड़ रही थीं। उनके सामने वरिष्ठ अधिवक्ता रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी थे। इस चुनाव में हालांकि मीसा भारती को हार का मुंह देखना पड़ा था। मीसा भारती ने दरअसल सक्रिय राजनीति में अपना कदम वर्ष 2013 में रखा था। लालू यादव ने इस दौरान पटना में एक बड़ी रैली की थी। यहीं उन्होंने मीसा भारती के साथ अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव एवं छोटे बेटे तेजस्वी यादव से लोगों को राजनीति में लॉन्च किया था।

शादी भी रही दिलचस्प

आईटी कंपनी इंफोसिस में कंप्यूटर इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे शैलेश कुमार यादव से 1999 में मीसा भारती की शादी कर दी गई थी। कहा जाता है कि शादी होने से पहले मीसा भारती ने अपने पति शैलेश कुमार यादव को देखा तक नहीं था। अपनी पिता की बात को उन्होंने आंख मूंदकर माना था और शादी कर ली थी। उस वक्त मां राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री थीं। यही वजह रही कि उनकी शादी को मीडिया ने बड़े पैमाने पर कवर भी किया था।

Anupam Kumari

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