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अपराधियों को खून के आंसू रुलाने वाले देश के टाॅप 15 एनकाउंटर स्पेशलिस्ट

हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर इस वक्त वीसी सज्जनार हैं, जिन्हें कि एनकाउंटर मैन के नाम से भी जाना जाता है। यहां हम आपको सज्जनार सहित भारत के उन टॉप एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के बारे में बता रहे हैं
Information Anupam Kumari 7 December 2019
अपराधियों को खून के आंसू रुलाने वाले देश के टाॅप 15 एनकाउंटर स्पेशलिस्ट

हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ बीते दिनों हुए सामूहिक बलात्कार एवं उन्हें जिंदा जलाए जाने के मामले में चारों आरोपितों को हैदराबाद पुलिस (Hyderabad Police) ने एनकाउंटर में मार गिराया है। इसके बाद से देश भर में खुशी व्यक्त की जा रही है। हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर इस वक्त वीसी सज्जनार हैं, जिन्हें कि एनकाउंटर मैन के नाम से भी जाना जाता है। यहां हम आपको सज्जनार सहित भारत के उन टॉप एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने अपने सख्त कार्यप्रणाली की वजह से अपराधियों के दिलों में दहशत पैदा कर रखा है। इनके नाम से ही अपराधी थरथर कांपते हैं।

1-वीसी सज्जनार

इस वक्त सज्जनार हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर हैं। वर्ष 2008 में वारंगल में जब एक इंजीनियरिंग कॉलेज की दो छात्राओं के ऊपर तेजाब फेंक कर हमला किया गया था तो उस वक्त भी बड़ा विवाद पैदा हो गया था। इस दौरान तीनों आरोपितों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। पुलिस ने इस वक्त कहा था कि इन्होंने सीन को रीक्रिएट किए जाने के दौरान पुलिस पर तेजाब फेंक कर भागने की कोशिश की थी, जिसके बाद पुलिस ने इन्हें एनकाउंटर में मार गिराया था। उस वक्त वीसी सज्जनार यहां के पुलिस सुपरिटेंडेंट थे। सज्जनार कई माओवादियों के एनकाउंटर वाली टीम का भी हिस्सा रह चुके हैं।

2-प्रफुल्ल भौंसले

प्रफुल्ल भोंसले एक बड़े एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच के सबसे बहादुर अधिकारियों में उनकी गिनती होती है। है तो ये बड़े ही मधुर बोलने वाले, लेकिन अपराधियों के बीच इनकी दहशत इस कदर कायम है कि वे इनके नाम से थरथर कांपते हैं। इनके नाम पर अब तक 85 शातिर अपराधियों को मारे जाने का रिकॉर्ड दर्ज है। इनकी सबसे प्रसिद्ध मुठभेड़ अरिफ कालिया के साथ रही थी जो कि सो छोटा शकील के लिए बंदूक किराए पर लाता था। अपराधियों के बीच भौंसले को डेथ स्क्वायड के सबसे प्रसिद्ध सदस्यों में गिना जाता है।

3-विजय सालस्कर

मरणोपरांत वर्ष 2009 में अशोक चक्र से सम्मानित विजय सालस्कर जो कि 26 से 28 नवंबर, 2008 के दौरान मुंबई पर हुए आतंकी हमलों के दौरान मुठभेड़ में शहीद हो गये थे, उनका भी खौफ अपराधियों के बीच सिर चढ़कर बोलता था, क्योंकि वे भी बड़े एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर पहचाने जाते थे और उन्होंने 83 अपराधियों को भी मार गिराया था। जिस गवली गैंग की मुंबई में बड़ी दहशत थी, उसके काफी सदस्यों को इन्होंने खत्म कर दिया था।

4-प्रदीप शर्मा

जांबाज पुलिस अधिकारी के रूप में पहचाने जाने वाले प्रदीप शर्मा की मुंबई के अंडरवल्र्ड में बड़ी दहशत रही है। उनकी गिनती भारत के सबसे शीर्ष एनकाउंटर स्पेशलिस्ट में होती है, जो कि बेहद निडरता से अपने काम को अंजाम देते आये हैं। इनकी गोली से पिछले साल तक 104 शातिर अपराधी ढेर हो चुके थे। यही नहीं, 300 से भी अधिक अपराधियों को मार गिराने में भी इनकी भूमिका बेहद अहम मानी गई है।

5-राजबीर सिंह

राजबीर सिंह को गलत बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं था। पुलिस में अपनी सेवा उन्होंने पूरी ईमानदारी और साहस के साथ दी। इस दौरान उन्होंने 51 अपराधियों को ढेर किया था। वर्ष 1982 में सब इंस्पेक्टर के तौर पर पुलिस में अपनी सेवा की शुरुआत करने वाले राजबीर सिंह को 13 वर्षों के बाद एसपी बनाया गया था। उनका नाम सुनकर ही अपराधियों के पसीने छूटने लग जाते थे। बाद में आपसी विवाद की वजह से उनके एक दोस्त ने ही उन्हें गोली मार दी थी, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई थी।

6-सचिन हिंदुराव वाजे

महाराष्ट्र के सबसे चर्चित एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाने वाले सचिन हिंदुराव वाजे की गोली से 63 अपराधी ढेर हो गये थे। वर्ष 2007 में पुलिस की नौकरी से अलग हो जाने वाले वाजे से तो छोटा शकील और दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी के अपराधी भी थर-थर कांपते थे। वर्ष 1990 में पुलिस में अपनी सेवा शुरू करने के बाद से ही उनका खौफ अपराधियों के बीच व्याप्त होने लगा था।

7-दया नायक

देश के सबसे निडर पुलिस अधिकारियों में से एक माने जाने वाले दया नायक के नाम से बहुत से लोग अवगत हैं। वे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर 80 से भी अधिक अपराधियों को मौत की नींद सुला चुके हैं। आय से अधिक संपत्ति के मामले में उन्हें सस्पेंड तक किया गया था, मगर सीबीआई को कोई सबूत न मिलने के बाद उन्हें पुलिस में फिर से शामिल भी कर लिया गया था। नागपुर में ज्वाइन न करने पर वे फिर सस्पेंड हुए थे, मगर बाद में इसे रद्द करते हुए उन्हें फिर से पोस्टिंग मिली थी। दया नायक कभी समझौता न करने वाले और अपराधियों को खून के आंसू रुलाने वाले पुलिस अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं।

8-रविंद आंग्रे

महाराष्ट्र के ठाणे में रविंद आग्रे नामक पुलिस अधिकारी ने अपने कार्यशैली से अपराधियों के अंदर ऐसा खौफ पैदा कर दिया था कि उनकी जमीन ही खिसकने लगी थी। सुरेश गैंग जो यहां उगाही के लिए बहुत ही फेमस था, उसे इन्होंने यहां से जड़ से उखाड़ फेंका था। एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर इनकी भी गिनती देश के टाॅप पुलिस अधिकारियों में होती है।

9-अनंत देव तिवारी

उत्तर प्रदेश के आईपीएस अधिकारी अनंत देव तिवारी के नाम से भी बदमाश खौफ खाते हैं। अनंत देव तिवारी ने एनकाउंटर में अब तक 65 से अधिक शातिर बदमाशों को मार गिराया है। बहुत से अपराधियों को ये पकड़ कर जेल भी भेज चुके हैं। आम जनों से संपर्क बनाकर और उनके बीच पहुंचकर तिवारी उनसे जानकारी लेते रहते हैं कि उन्हें परेशान कौन कर रहा है। अपनी सर्विस के दौरान तिवारी 150 से अधिक एनकाउंटर को लीड कर चुके हैं। इनमें से 38 में उन्होंने खुद से गोली मारी है। कई डकैतों का भी वे एनकाउंटर कर चुके हैं।

10-दलजीत चौधरी

उत्तर प्रदेश पुलिस में एडीजी दलजीत चौधरी के नाम 60 से भी अधिक एनकाउंटर दर्ज हैं। पांच बार वे गैलंट्री अवॉर्ड से सम्मानित किए जा चुके हैं। विशेषकर इटावा एवं इसके आसपास के क्षेत्रों में डकैतों को पूरी तरह से खत्म करने को लेकर इनका नाम सुर्खियों में आता रहा है। दलजीत चौधरी का खौफ बदमाशों के सिर चढ़कर बोलता है।

11-अमिताभ यश

स्पेशल टास्क फोर्स में आईजी अमिताभ यश का नाम सुनकर भी अपराधियों के पसीने छूटते हैं, क्योंकि ये भी अब तक 36 से भी अधिक एनकाउंटर कर चुके हैं। इनके बारे में कहा जाता है कि जहां भी ये जाते हैं, वहां पर अपराधी इनसे इतना खौफ खाने लगते हैं कि वे या तो जेल चले जाते हैं या फिर शहर से ही दूर भाग जाते हैं।

12-सुवेंद्र कुमार भगत

उत्तर प्रदेश पुलिस में आईजी सुवेंद्र कुमार भगत की भी गिनती बड़े एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में होती है। उनके नाम पर अब तक लगभग 50 एनकाउंटर दर्ज हैं। कांग्रेस नेता लव भार्गव की पत्नी की हत्या के मामले में भी इन्होंने आरोपितों का एनकाउंटर कर दिया था, जिसके बाद से ये चर्चा में आ गए थे। अपराधी इनके नाम से भी थर-थर कांपते हैं।

13-नवनीत सिकेरा

यूपी पुलिस में नवनीत सिकेरा की भी गिनती एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर होती है। ये अब तक 56 एनकाउंटर कर चुके हैं। इनके बारे में ऐसा कहा जाता है कि बचपन में इन्होंने देखा था कि पुलिस स्टेशन में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने इनके पिता के साथ दुर्व्यवहार किया था। इससे वे बड़े आहत हुए थे और इन्होंने उसी वक्त ठान लिया था कि बड़े होने के बाद वे पुलिस फोर्स में शामिल होंगे और विभाग को सुधारने का काम करेंगे। आज इनके नाम से भी अपराधियों के पसीने छूट जाते हैं।

14-आशुतोष पांडे

उत्तर प्रदेश में 1992 कैडर के आईएएस अधिकारी आशुतोष पांडे के नाम से भी बदमाश डरते हैं। मूल रूप से भोजपुर के रहने वाले आशुतोष पांडे के नाम पर 30 से भी अधिक एनकाउंटर दर्ज हैं। सोशल मीडिया पर भी ये काफी लोकप्रिय हैं और अपने दबंग स्टाइल की वजह से ना केवल सुर्खियों में रहते हैं, बल्कि बदमाशों के अंदर भी अपना दहशत बनाए रखते हैं।

15-राजेश कुमार पांडेय

उत्तर प्रदेश में अपराधी राजेश कुमार पांडे नमक पुलिस अधिकारी से भी डरते हैं। इसकी वजह यह है कि अब तक पांडे 50 से 60 इनकाउंटर कर चुके हैं। इनके मुताबिक इन्होंने अपना सबसे पहला अकाउंट 23 सितंबर, 1998 को किया था। बहादुरी के लिए इन्हीं अब तक चार बार गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। पांडे लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकवादी का भी एनकाउंटर कर चुके हैं।

देशभर में अपराध जरूर बढ़े हैं, मगर इन बहादुर पुलिस अधिकारियों की वजह से अपराधियों के मन में जो खौफ पैदा हुआ है, उसकी वजह से बहुत सी आपराधिक घटनाओं को घटने से रोका भी जा सका है। ऐसे जांबाज़ पुलिस अधिकारियों को देश सलाम करता है।

Anupam Kumari

Anupam Kumari

मेरी कलम ही मेरी पहचान