दिनभर की भागदौड़ और व्सस्तता के बाद जब आप बिस्तर पर जाते हैं और नींद नहीं आए तो आप और भी ज्यादा परेशान हो जाती हैं। खासकर आज के माहौल में जब Work From Home में लोगों के काम के घंटों का कोई अंदाजा नहीं है। ऐसे में जब आपको नींद नहीं आती है तो परेशानी होने लगती है। एक तरफ नींद नहीं आने से आप जूझ रहे हैं और दूसरी तरफ अगले दिन के काम आपको सोने नहीं देते। इसके ऊपर से साल भर से घर में बंद और ज्यादा Depression बढ़ा देते हैं। ऐसे में जब नींद नहीं आती तो ये चिंता भी होने लगती है कि नींद समय पर न खुली तो अगले दिन के काम देर से शुरू होंगे और उसका तनाव भी हावी होने लगता है।
अनिद्रा के तनाव से हम सभी कभी न कभी जूझते हैं। Workload, अत्यधिक सतर्कता के साथ पूरे किए जाने वाले काम, किसी के साथ कोई कड़वाहट, कोई दुर्घटना जैसी बहुत सी चीजें हमें रात में जगाए रखती हैं। और रात में नींद पूरी न हो तो सिर्फ हमारी दिनचर्या ही प्रभावित नहीं होती है बल्कि लंबे समय तक ये समस्या रहने पर हमारी सेहत पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। अगर आप चाहते हैं कि आपको सुकून की नींद आए और तनाव मुक्त सो सके तो इसके लिए आप कुछ आसान से उपाय अपना सकते हैं।
शाम के वक्त में ऐसे काम करने से परहेज करें, जिनमें बहुत ज्यादा एनर्जी लगती हो। रात में सोने से थोड़ी देर पहले कमरे की रोशनी मद्धम कर लें और जो भी काम बचे हैं, उन्हें आराम-आराम से करें। इस समय में आपके लिए ऐसे काम करना बेहतर रहेगा, जिनसे आपको रिलैक्स मिलता है मसलन आप पढ़ सकते हैं, आरामदायाक मुद्राओं वाले योग कर सकते हैं। अगर दिन के कुछ जरूरी कामों को निपटाना है, तो उन्हें भी रिलैक्स तरीके से करें।
कैफीन लेने के बाद उसका असर शरीर में 8-14 घंटों तक रहता है। वैसे तो इसका प्रभाव हर किसी पर अलग होता है, लेकिन अगर आपको सोने में दिक्कत महसूस होती है तो इसे एक महीने के लिए अपनी डाइट से पूरी तरह अलग कर दें। आप पाएंगे इससे आपको अच्छी नींद आ रही है। इसके साथ ही कैफीनयुक्त पदार्थ जैसे कि चॉकलेट और चाय आदि से भी परहेज करें। विकल्प के तौर पर आप हर्बल टी, हर्बल कॉफी ले सकते हैं।
रात में ऐसा खाना लेने पर जोर दें, जिससे आपको अच्छी नींद आने में मदद मिले। डिनर में ज्यादा प्रोटीन युक्त फूड आइटम कार्बोहाइड्रेट्स के अच्छे कॉम्बिनेशन के साथ लें। डेजर्ट में ताजी चेरीज ले सकती हैं या फिर दही में इन्हें मिलाकर खा सकती हैं।
अपने रूटीन के हिसाब से रात में सोने के लिए एक समय तय कर लें और हर रात उसी समय में बिस्तर पर चले जाएं। गहरी नींद आने के लिहाज से रात 10 बजे से 2 बजे तक का समय सबसे अहम होता है। समय पर बिस्तर पर आ जाने से ये आपकी हैबिट में शुमार हो जाएगा और आपको गहरी नींद में जाने में मदद मिलेगी।
नाक के दाहिनी तरफ के हिस्से को अंगूठे से बंद कर लें और धीरे-धीरे सिर्फ बाईं तरफ से सांस लें। बाईं तरफ से सांस लेने का दिमाग पर सकारात्मक असर होता है और शरीर को रिलैक्स फील होता है। कुडलिनि योग में सुझाव दिया गया है कि अगर आप 26 बार इसी तरह से लंबी सांस लें तो इससे मस्तिष्क और दिमाग पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। जाहिर है जब आपका रहेगा तो नींद भी अच्छी आएगी।
अगर आप कुछ बातों से ज्यादा ही तनाव में आ जाते हैं तो दिमागी सुकून के लिए उन वजहों की पड़ताल करें, जिनके कारण ये तनाव पैदा होते हैं और इसके बाद उनके समाधान की दिशा में काम करें। इसके साथ ही खुद को इस बात का अहसास दिलाएं कि आप हर समस्या से पार पा सकते हैं और इस समय आपको कोई टेंशन नहीं लेनी है।
कोशिश करें कि आपकी दिनचर्या नेचर के साथ मेल खाती हो। इस बात का ध्यान रखें कि दिन में एक बार धूप में जरूर जाएं और शाम में कमरे में अंधेरा रखें। किसी प्रोजेक्ट पर काम करना हो, घर की व्यवस्था से जुड़े काम हों, ऑनलाइन बिल भरने का काम हो, इन सभी के लिए दिन का समय रखें। इससे आप रात के समय खुद-ब-खुद सोने के लिए प्रेरित होंगे। ये भी ध्यान रखें कि रात में ऐसे काम हरगिज न करें, जिनमें आपको बहुत ज्यादा दिमाग लगाना पड़े या जिसमें आप शारीरिक रूप से थक जाएं।
आधे कप इप्सम साल्ट के साथ नहाने के पानी में एसेंशियल ऑयल जैसे कि लेवेंडर की कुछ बूंदे डालें। इसमें पानी में 20 मिनट तक रहें। इप्सम साल्ट में Magnesium होता है, जो शरीर में absorb हो जाता है और सुकून का अहसास देता है।
आप सोने से समय एक्युप्रेशर मैट पर लेट सकते हैं। जिससे आप अपने मस्तिष्क के जरिए अपने हर बॉडी पार्ट को रिलैक्स कर सकते हैं। इसके अलावा आप एक्युपंक्चर जैसी तकनीकें भी आजमा सकते हैं।
आपकी दिनचर्या चाहे कितनी भी व्यस्त हो, उसमें निश्चित अंतराल पर ब्रेक जरूर लें। कोशिश करें कि एक-दो घंटे के काम के बाद 15 मिनट का ब्रेक लें। इससे आप दिनभर पूरी ताजगी के साथ काम करेंगे और रात होते-होते थकान से चूर नहीं होंगे।