पकिस्तान अपनी नौटंकियों से बाज़ नहीं आ सकता पर इस बार उसकी नौटंकी का सीधा कारण अमेरिका के नए प्रेजिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प का आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख बता जा रहा है. अपनी इस नयी नौटंकी में पकिस्तान को न जाने कैसे इस बात का एह्साह हो गया है की हफ़ीज़ सईद को नज़रबंद रहना चाहिए और इसी वजह से पकिस्तान ने पिछली ५ बार की ऐसी ही वारदातें जिनमे हाफिज सईद को नज़र बंद किया गया था, फिर से नज़र बंद करने का फैसला लिया है.
सूत्रों की अगर मानें तो पकिस्तान का ये फैसला उसका खुद का न होकर चीन के द्वारा बने दबाव की वजह से है. चीन को इस बात का अंदेशा है की जी तरह से ट्रम्प ने ७ मुस्लिम देशों के वीसे को पूरी तरह से बैन कर दिया है, अगर पकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ ऐसा कोई कदम न उठाया तो पकिस्तान भी उस ७ मुल्कों की तरह ही परेशानी उठा सकता है. और अगर ऐसा हुआ तो चीन का पाकिस्तान में ५१ अरब डॉलर का निवेश खतरे में पड़ सकता है.
पाकिस्तान ने आनन् फानन में ये फैसला तो ले लिया है पर ये फैसला उसकी नौटंकी का जीत जागता सबूत है क्योंकि पिछली कई बार की तरह इस बार भी माना जा रहा है की कुछ ही दिनों बाद हफ़ीज़ सईद फिर से लोगों के बीच नज़र आ सकता है.