लॉकडाउन 5.0 को बस नाम के लिए ही लाया गया है। वैसे तो ये 1 जून से 30 जून तक लागू जरूर होगा लेकिन सिर्फ कंटेनमेंट जोन में। बाकी सरकार ने इसका नाम बदल कर अनलॉक 1.0 कह दिया है। महीने भर की इस अवधि के लिए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी की है। आसान भाषा में कहें तो रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी सभी चीजों के लिए पूरी तरह से छूट है, हालांकि कुछ मामूली शर्तें जरूर हैं। जून का पहला हफ्ता पहले की तरह ही रहेगा लेकिन दूसरे हफ्ते से अनलॉक 1.0 शुरु हो जाएगा। एक जरूरी बात ये है कि जो अभी भी फंसा हुआ है वो आसानी से आ सकता है। अब किसी को आने जाने के लिए पास की जरूरत नहीं है, इसमें पूरी तरह की छूट है।
सारी जिम्मेदारी राज्यों पर
सबसे अहम बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने गाइडलाइन तैयार करने के अलावा एक तरीके से सारी जिम्मेदारी राज्य सरकारों पर डाल दी है और लोगों को अपनी सुरक्षा का खुद ख्याल रखना होगा ये बात हर वक्त याद रहे। संपूर्ण लॉकडाउन 1 जून से खत्म हो जाएगा, लॉकडाउन 5.0 को लेकर सीधे सीधे आपके लिए समझने वाली बात इतनी भर ही है। लेकिन हर राज्य को अब ये अधिकार मिल चुका है कि वो जहां जैसी जरूरत महसूस करें पाबंदी लगा सकता है और हटा सकता है। साथ ही अब नाइट कर्फ्यू 30 जून तक जारी रहेगा। हालांकि वक्त जरूर बदल गया है ये अब रात के 7 बजे से सुबह 7 बजे की जगह रात के 9 बजे से सुबह 5 बजे तक होगा।
Read More: ठेके के लाइन में सबसे आगे खड़ा दिखा सोशल डिस्टेंस पर ज्ञान पेलने वाला युवक
कोई पास की जरूरत नहीं होगी
सबसे बड़ी राहत तो अब ये है कि कहीं आने जाने से पहले कोई इजाजत लेने की जरूरत नहीं होगी। एक राज्य से दूसरे राज्य में आने जाने पर लगी पाबंधी पूरी तरह हटा ली गयी है। राज्य के अंदर भी एक जिले से दूसरे जिले में लोग आ और जा सकेंगे लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही होगा। हर हाल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना तो अनिवार्य होगा ही लेकिन मास्क पहनना भी जरूरी होगा।
अनलॉक 1.0 में धार्मिक स्थल और सैलून खोले तो जाएंगे, लेकिन वहां भी कुछ शर्तें लागू रहेंगी। मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च खोलने की घोषणा तो पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और कर्नाटक सरकार पहले ही कर चुकी हैं। अब ये पूरे देश में लागू होगा। दूसरे हफ्ते यानी 8 जून से रेस्टोरेंट और होटल भी खुलेंगे। वहीं स्कूल-कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान खोले जाने का फैसला राज्य सरकारें ही लेंगी, लेकिन इसकी संभावना जुलाई से ही लग रही है। जुलाई से अनलॉक 2.0 का टाइम शुरू हो जाएगा। साथ ही अब मॉल और शॉपिंग सेंटर भी पूरी तरह से खुल सकेंगे। कोचिंग, जिम और बार खोले जाने को लेकर भी फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ दिया गया है। जो कि माना जा रहा है कि जुलाई से खुल सकेंगे।
सावधानी हटी, दुर्घटना घटी
अब सभी को गांठ बांध कर समझ लेना होगा कि सावधानी हटी, दुर्घटना घटी। ये स्लोगन भले सड़कों पर लिखा देखने को मिला हो। भले ही सफर में दिखा हो, लेकिन अब इसे हर वक्त अच्छी तरह याद रखना है। सोशल डिस्टेंसिंग खत्म, दुर्घटना संभव है। मास्क लगाना भूले, दुर्घटना संभव है। दो गज की दूरी भूले, दुर्घटना संभव है। लक्ष्मण रेखा भूले, दुर्घटना संभव है। ऐसे में बहुत ही जरूरी है कि आप अपना अच्छी तरह ख्याल रखें। अगर आप अपना ख्याल रखते हैं तो समझिये एक साथ कई लोगों का भला होता है। एक तो आपका और दूसरे आप के इर्द-गिर्द के सब लोगों का भी सुरक्षा कवच मजबूत होगा।