हंसमुखपुर:
एक कहावत है कि मच्छर (Mosquito) की रगों में भी आदमी का खून होता है. अब जब खून चला जाता है तो मच्छर भी वैसी ही हरकतें करने लगता है जैसे आदमी करता है. अभी हाल ही में मध्यप्रदेश के घोषणावीर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan )सीधी गए थे जहाँ उन्हें एक मच्छर ने काट लिया. अब वो मच्छर फर्जी घोषणाएं करने लगा है. मिली जानकारी के अनुसार उसे पूरा दिन भाषण देने की आदत लग गई है.
दे दनादन भाषण “आजीवन खून का प्रबंध “
शिवराज सिंह चौहान को जिस मच्छर ने काटा उसके परिवारीजनों से हमनें बात की तो कई सारी चीजे सामने आईं. परिवार के लोगों ने कहा कि आजकल ये पूरा दिन भाषण देता रहता है. कहता है मुझे मामा बुलाओ मैं तुम सबका मामा हूँ. यहाँ तक अपने बच्चों से भी मामा बुलवाता है. हर वक्त कहता रहता है की जाओ हमनें ऐसा कर दिया. सारे बच्चों और मच्छरनियों को कहता है मैं तुम्हारा मामा हूँ और तुम्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. तुम्हारे लिए आजीवन खून का प्रबंध मैं करूँगा. तुम्हारी शादी के लिए एक योजना लाने वाला हूँ. तुम्हारी शादी ऐसे घर में करूँगा जहाँ जिंदगीभर खून की कमी नहीं होगी.
मिस्टर मच्छर खून योजना
परिवारीजनों ने दुःख रोते हुए कहा कि “का बताएं भाईसाब घर में इकलौता कमाने वाला आदमी था लेकिन अब बस मुंह से बातें करता हैं. पूरा दिन भाषण देता रहता है. किसी मच्छर को एक दिन खून पीने को नहीं मिले तो कहता है कांग्रेस ने तुम सबका बुरा हाल कर दिया लेकिन चिंता मत करो अभी मैं जिन्दा हूँ. पहले रोजाना खुद बाज़ार से खून पीकर आता था और हम सबके लिए भी लेकर आता था लेकिन आजकल सारी कमाई बंद है. तीन दिन से घर में पीने को एक बूँद खून नहीं है. जब देखो तब भाषण देने की बात कहने लगता है. कहता है की जल्दी ही तुम सबके लिए “मिस्टर मच्छर खून योजना” के तहत खून उपलब्ध करवाऊंगा. हम सब तो परेशान हो गए हैं भाईसाब”
खुद ही बाज़ार जाकर लोगों के सामने भीड़ एकत्र करके भाषण देने लगा
परिवार के दुखी लोगों ने कहा कि आजकल हर बात में झूठ बोलने लगा है. कोई बात बोलेगा और फिर मुकर जाएगा. एक दिन कोरोना को लेकर झूठ बोलने लगा. पहले बोला कोरोना है सब परेशान हैं लेकिन बाद में खुद ही बाज़ार जाकर लोगों के सामने भीड़ एकत्र करके भाषण देने लगा. भाईसाब भाषण की ही बात करता है, राशन की बात ही नहीं करता. हम सब तो परेशान हो गए हैं.
जो मजा नेताओं को काटने में आता है वो मजा आम आदमी को काटने में कहाँ
बड़ी मुश्किल से हमनें उस मच्छर से बात की जिसने शिवराज सिंह चौहान को काटा था. उसने कहा कि “भाईसाब जो मजा नेताओं को काटने में आता है वो मजा आम आदमी को काटने में कहाँ मिलता है. आम आदमी का कोई तो पानी है उसमें और कुछ है ही नहीं. लेकिन सीएम साहब के खून में न्यूट्रीशन भी है. हालाँकि काटने में बहुत मेहनत करनी पड़ी क्योकि चमड़ी बहुत मोटी थी”. इतना कहकर वो एक सभा को संबोधित करने चला गया.